जियो और जीने दो
पच्चीस करोड़ साल पहले धरती पर
कहते हैं कि एक भी डाइनोसोर नहीं था
फिर एक समय उनका राज था
बहुत ताकतवर थे वे
हर तरफ उनका अत्याचार था
बाकी सबका जीना दुश्वार था
लेकिन फिर कुछ हुआ
सब के सब खत्म हो गये
एक भी नहीं बचा।
दो लाख साल पहले धरती पर
कहते हैं कि एक भी इंसान नहीं था
पर आज इनका राज है
ये भी बहुत ताकतवर हैं
सब तरफ इनका भी अत्याचार है
बाकी सब जीवों का जीना दुश्वार है।
रहने के लिए वनस्पतियों को मिटा रहा है
खाने के लिए जानवरों को उगा रहा है
आकाश को धुँए से भर के
धरती के संतुलन को भगा रहा है।
पहले की तरह ही अबकी बार भी
कुछ न कुछ तो होगा
इसलिए तब तक
स्वार्थी इंसानों
मनु की मूर्ख संतानों
अपने पाँव खींचो
धरती को सींचो
अगर नहीं है जीवाश्म बन के जीना
तो जियो और जीनो दो ।