Sunday, July 18, 2010
असल नहीं नकल
असल नहीं नकल
नकल करने वालों ने
असल को भी मात दे दी
तभी तो खुद चार्ली चैपलिन
चौथे नम्बर पर आया
चार्ली चैपलिन जैसा दिखने की प्रतियोगिता में।
वह चीखा चिल्लाया पर
तमाम नक्कालों के बीच
यह साबित नहीं कर पाया कि
उससे ज्यादा असल और कोई नहीं
पर यह दुनिया का चलन देखो
नक्काल बन गया
पुरस्कार का भागी
और असल बन गया
हार से खीझा प्रतिभागी।
आज की दुनिया में
बेकार है असल होना
याद रखो ज्यादा जरुरी है
उम्दा नकल होना
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